महाजनपद काल में सबसे शक्तिशाली राज्य कौन सा था?
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महाजनपद काल (लगभग 600 ई.पू. से 300 ई.पू.) में भारत में कुल 16 प्रमुख महाजनपद थे। इन महाजनपदों में से सबसे शक्तिशाली राज्य मगध था।
मगध का साम्राज्य इस समय की प्रमुख शक्तियों में से एक था और इसका विस्तार उत्तरी भारत में हुआ था। यह राज्य अपने साम्राज्य के विस्तार, राजनीतिक रणनीतियों और आर्थिक समृद्धि के कारण अन्य राज्यों से ऊपर था। मगध के राजाओं में बिम्बिसार, अजातशत्रु, और बाद में चंद्रगुप्त मौर्य शामिल थे, जिन्होंने मगध को अपनी शक्ति के शीर्ष पर पहुँचाया।
मगध का साम्राज्य मौर्य वंश के समय में सबसे शक्तिशाली बना, जब चंद्रगुप्त मौर्य और उसके उत्तराधिकारी अशोक ने पूरे भारतीय उपमहाद्वीप पर शासन किया।
महाजनपद काल (लगभग 600 ई.पू. से 300 ई.पू.) में भारत में कुल 16 प्रमुख महाजनपद थे। इन महाजनपदों में से सबसे शक्तिशाली राज्य मगध था।
मगध का साम्राज्य इस समय की प्रमुख शक्तियों में से एक था और इसका विस्तार उत्तरी भारत में हुआ था। यह राज्य अपने साम्राज्य के विस्तार, राजनीतिक रणनीतियों और आर्थिक समृद्धि के कारण अन्य राज्यों से ऊपर था। मगध के राजाओं में बिम्बिसार, अजातशत्रु, और बाद में चंद्रगुप्त मौर्य शामिल थे, जिन्होंने मगध को अपनी शक्ति के शीर्ष पर पहुँचाया।
मगध का साम्राज्य मौर्य वंश के समय में सबसे शक्तिशाली बना, जब चंद्रगुप्त मौर्य और उसके उत्तराधिकारी अशोक ने पूरे भारतीय उपमहाद्वीप पर शासन किया।