वन्यजीव अभयारण्य क्या है?
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वन्यजीव अभयारण्य (Wildlife Sanctuary) एक संरक्षित क्षेत्र है जिसे सरकार या अन्य प्राधिकरण द्वारा वन्यजीवों और उनके प्राकृतिक आवास की सुरक्षा के लिए स्थापित किया जाता है। यह क्षेत्र विशेष रूप से उन वन्यजीवों के संरक्षण के लिए होता है जो विलुप्त होने के कगार पर हैं या जिनका पर्यावरणीय महत्व है।
### विशेषताएँ:
1. **संरक्षण का उद्देश्य:** वन्यजीवों, पक्षियों, पौधों, और उनके प्राकृतिक आवास को सुरक्षित रखना।
2. **शिकार और शोषण पर रोक:** इन क्षेत्रों में शिकार, जंगलों की कटाई, और अन्य मानवीय हस्तक्षेप निषिद्ध या सीमित होते हैं।
3. **प्राकृतिक वातावरण:** ये क्षेत्र वन्यजीवों को उनके प्राकृतिक वातावरण में स्वतंत्र रूप से रहने का अवसर प्रदान करते हैं।
4. **प्राकृतिक संतुलन बनाए रखना:** जैव विविधता को बनाए रखने और पारिस्थितिकी तंत्र के संतुलन को सुनिश्चित करने में ये क्षेत्र मदद करते हैं।
### वन्यजीव अभयारण्य और राष्ट्रीय उद्यान में अंतर:
– वन्यजीव अभयारण्य में मानव गतिविधियाँ जैसे ईंधन लकड़ी इकट्ठा करना और चराई कुछ हद तक अनुमत हो सकती हैं, जबकि राष्ट्रीय उद्यान में ये गतिविधियाँ पूरी तरह से प्रतिबंधित होती हैं।
भारत में प्रसिद्ध वन्यजीव अभयारण्यों में **पन्ना (मध्य प्रदेश)**, **रंथंभौर (राजस्थान)**, **काजीरंगा (असम)**, और **चिन्नार (केरल)** प्रमुख हैं।
वन्यजीव अभयारण्य, वन्यजीवों के संरक्षण के लिए बनाए गए क्षेत्र होते हैं. इनमें जानवरों के आवास को सुरक्षित रखा जाता है और उन्हें आरामदायक जीवन दिया जाता है. वन्यजीव अभयारण्यों में जानवरों का शिकार करना सख्त मना होता है.
वन्यजीव अभयारण्यों के बारे में ज़रूरी बातेंः
वन्यजीव अभयारण्यों को सरकार या गैर-लाभकारी संगठन बनाते हैं.
इनमें जानवरों के साथ-साथ पौधों और कीड़ों को भी संरक्षित किया जाता है.
वन्यजीव अभयारण्य, पर्यावरण और स्थानीय समुदाय दोनों को फ़ायदा पहुंचाते हैं.
इनमें मानवीय गतिविधियों को कुछ हद तक अनुमति दी जाती है.
वन्यजीव अभयारण्यों में जाने के लिए किसी आधिकारिक अनुमति की ज़रूरत नहीं होती.
वन्यजीव अभयारण्यों और राष्ट्रीय उद्यानों में अंतरः
राष्ट्रीय उद्यानों में जाने के लिए आधिकारिक अनुमति लेनी होती है.
राष्ट्रीय उद्यानों में शासन प्राधिकारियों द्वारा सख्त प्रतिबंध लगाए जाते हैं.
वन्यजीव अभयारण्यों की सीमाएं निर्दिष्ट नहीं होतीं, जबकि राष्ट्रीय उद्यानों में वे स्पष्ट रूप से चिह्नित होती हैं.