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दूरबीन की खोज किसने की और कब की थी
दूरबीन (Telescope) की खोज 1608 में डच वैज्ञानिक “हंस लिपरशी” (Hans Lippershey) ने की थी।** ### **मुख्य बिंदु:** 1. **हंस लिपरशी (Hans Lippershey)** – 1608 में सबसे पहले दूरबीन का पेटेंट कराने की कोशिश की। 2. **गैलीलियो गैलिली (Galileo Galilei)** – 1609 में दूरबीन कRead more
दूरबीन (Telescope) की खोज 1608 में डच वैज्ञानिक “हंस लिपरशी” (Hans Lippershey) ने की थी।**
### **मुख्य बिंदु:**
1. **हंस लिपरशी (Hans Lippershey)** – 1608 में सबसे पहले दूरबीन का पेटेंट कराने की कोशिश की।
2. **गैलीलियो गैलिली (Galileo Galilei)** – 1609 में दूरबीन को और विकसित किया और खगोलीय खोजें कीं।
3. **जोहान्स केपलर (Johannes Kepler)** – 1611 में “केप्लेरियन टेलीस्कोप” बनाया, जिससे बेहतर इमेज क्वालिटी मिली।
### **गैलीलियो की महत्वपूर्ण खोजें (1609-1610):**
– चंद्रमा की सतह पर गड्ढे देखे।
– बृहस्पति के चार बड़े चंद्रमा (Io, Europa, Ganymede, Callisto) खोजे।
– मिल्की वे (आकाशगंगा) में असंख्य तारे देखे।
See lessदिशा सूचक यंत्र का आविष्कार किसने किया
## **दिशा सूचक यंत्र (Compass) का आविष्कार किसने किया?** **दिशा सूचक यंत्र (Compass) का आविष्कार चीन में हुआ था। इसे पहली बार 11वीं शताब्दी में नेविगेशन (समुद्री यात्रा) के लिए इस्तेमाल किया गया।** ### **मुख्य बिंदु:** 1. **प्रारंभिक आविष्कार:**Read more
## **दिशा सूचक यंत्र (Compass) का आविष्कार किसने किया?**
**दिशा सूचक यंत्र (Compass) का आविष्कार चीन में हुआ था। इसे पहली बार 11वीं शताब्दी में नेविगेशन (समुद्री यात्रा) के लिए इस्तेमाल किया गया।**
### **मुख्य बिंदु:**
1. **प्रारंभिक आविष्कार:**
– **चीन के हान राजवंश (Han Dynasty) (लगभग 2वीं शताब्दी ईसा पूर्व)** के दौरान सबसे पहले चुंबकीय पत्थर (Lodestone) से दिशा पहचानने की विधि विकसित हुई।
– **सोंग राजवंश (Song Dynasty) (लगभग 11वीं शताब्दी)** में पहला सही दिशा सूचक यंत्र विकसित हुआ और इसे समुद्री नेविगेशन में उपयोग किया गया।
2. **यूरोप में प्रसार:**
– 12वीं-13वीं शताब्दी में यह तकनीक **अरब व्यापारियों** और **मार्को पोलो** जैसे यात्रियों के माध्यम से यूरोप पहुंची।
– **फ्लेवियो जियोया (Flavio Gioia) (इटली, 14वीं शताब्दी)** ने इसे और उन्नत किया।
### **निष्कर्ष:**
**सबसे पहले दिशा सूचक यंत्र चीन में 11वीं शताब्दी में विकसित हुआ**, लेकिन बाद में यूरोपीय नाविकों ने इसे परिष्कृत किया और इसे समुद्री अन्वेषण में क्रांतिकारी बदलाव लाने वाला उपकरण बना दिया।
See lessऔद्योगिक की क्रांति से आप क्या समझते हैं
औद्योगिक क्रांति (Industrial Revolution)** एक ऐतिहासिक प्रक्रिया थी, जिसमें **18वीं और 19वीं शताब्दी** के दौरान उत्पादन प्रणाली में बड़े बदलाव आए। इसने **हाथ से काम करने वाली पारंपरिक प्रणाली** को बदलकर **मशीन-आधारित उत्पादन** की ओर बढ़ाया, जिससे दुनिया की अर्थव्यवस्था, समाज और तकनीकी विकास पर गहराRead more
औद्योगिक क्रांति (Industrial Revolution)** एक ऐतिहासिक प्रक्रिया थी, जिसमें **18वीं और 19वीं शताब्दी** के दौरान उत्पादन प्रणाली में बड़े बदलाव आए। इसने **हाथ से काम करने वाली पारंपरिक प्रणाली** को बदलकर **मशीन-आधारित उत्पादन** की ओर बढ़ाया, जिससे दुनिया की अर्थव्यवस्था, समाज और तकनीकी विकास पर गहरा प्रभाव पड़ा।
See lessविश्व का प्रथम लोहे का पुल किस नदी के किनारे बनाया गया
विश्व का प्रथम लोहे का पुल** **(Iron Bridge)** इंग्लैंड में **”सेवर्न नदी” (River Severn)** के ऊपर बनाया गया था। ### **मुख्य तथ्य:** – **स्थान:** श्रॉपशायर, इंग्लैंड – **निर्माण वर्ष:** 1779 – **निर्माणकर्ता:** अब्राहम डार्बी III (Abraham Darby III) –Read more
विश्व का प्रथम लोहे का पुल** **(Iron Bridge)** इंग्लैंड में **”सेवर्न नदी” (River Severn)** के ऊपर बनाया गया था।
### **मुख्य तथ्य:**
– **स्थान:** श्रॉपशायर, इंग्लैंड
– **निर्माण वर्ष:** 1779
– **निर्माणकर्ता:** अब्राहम डार्बी III (Abraham Darby III)
– **डिजाइनर:** थॉमस प्रिचार्ड (Thomas Pritchard)
– **महत्व:** यह दुनिया का पहला पुल था जिसे पूरी तरह से कच्चे लोहे (Cast Iron) से बनाया गया था।
यह पुल औद्योगिक क्रांति का एक महत्वपूर्ण प्रतीक माना जाता है और आज भी एक ऐतिहासिक धरोहर के रूप में संरक्षित है।
See lessऔद्योगिक की क्रांति का स्त्रियों पर प्रभाव पड़ा
औद्योगिक क्रांति का स्त्रियों पर प्रभाव** गहरा और बहुआयामी था। इस दौर में महिलाओं को फैक्ट्रियों और उद्योगों में रोजगार मिला, लेकिन उनके साथ शोषण और असमानता भी बढ़ी। ### *. रोजगार के अवसर बढ़े** – महिलाओं को **कपड़ा मिलों, कोयला खदानों, माचिस फैक्ट्रियों और लोहे के कारखानRead more
औद्योगिक क्रांति का स्त्रियों पर प्रभाव** गहरा और बहुआयामी था। इस दौर में महिलाओं को फैक्ट्रियों और उद्योगों में रोजगार मिला, लेकिन उनके साथ शोषण और असमानता भी बढ़ी।
### *. रोजगार के अवसर बढ़े**
– महिलाओं को **कपड़ा मिलों, कोयला खदानों, माचिस फैक्ट्रियों और लोहे के कारखानों** में काम मिलने लगा।
– घर से बाहर काम करने के कारण महिलाओं को आर्थिक स्वतंत्रता मिली।
### **. कम मजदूरी और शोषण**
– पुरुषों की तुलना में महिलाओं को **कम वेतन** दिया जाता था।
– उन्हें **12-16 घंटे तक कठिन परिस्थितियों में काम करना पड़ता था**।
– मालिक महिलाओं को **कमजोर समझकर अधिक काम करवाते थे और उनका शोषण करते थे**।
See lessऔद्योगिकी क्रांति का प्रमुख आर्थिक प्रभाव लिखें
औद्योगिक क्रांति के प्रमुख आर्थिक प्रभाव:** **उत्पादन में वृद्धि** – मशीनों के उपयोग से **वस्तुओं का बड़े पैमाने पर उत्पादन (Mass Production)** संभव हुआ। – उत्पादन लागत घटी और वस्तुएं सस्ती हुईं। ### **आर्थिक विकास और पूंजीवाद का उदय** –Read more
औद्योगिक क्रांति के प्रमुख आर्थिक प्रभाव:**
**उत्पादन में वृद्धि**
– मशीनों के उपयोग से **वस्तुओं का बड़े पैमाने पर उत्पादन (Mass Production)** संभव हुआ।
– उत्पादन लागत घटी और वस्तुएं सस्ती हुईं।
### **आर्थिक विकास और पूंजीवाद का उदय**
– बड़े पैमाने पर **नए उद्योग, फैक्ट्रियां और व्यापारिक केंद्र** स्थापित हुए।
– **बैंकिंग, बीमा और शेयर बाजार** जैसी वित्तीय संस्थाओं का विकास हुआ।
– पूंजीपति वर्ग (बुर्जुआ वर्ग) मजबूत हुआ और पूंजीवाद (Capitalism) को बढ़ावा मिला।
See lessउद्योगी की क्रांति ने समाज पर क्या प्रभाव पड़ा
औद्योगिक क्रांति का समाज पर प्रभाव** बहुत गहरा और बहुआयामी था। इस क्रांति ने समाज के विभिन्न वर्गों, जीवनशैली, श्रम व्यवस्था, परिवार संरचना और शिक्षा प्रणाली को बदलकर एक नया सामाजिक ढांचा बनाया। ## ** नगरीकरण (Urbanization) और शहरों का विकास** – औद्योगिक क्रांति के कारण लRead more
औद्योगिक क्रांति का समाज पर प्रभाव** बहुत गहरा और बहुआयामी था। इस क्रांति ने समाज के विभिन्न वर्गों, जीवनशैली, श्रम व्यवस्था, परिवार संरचना और शिक्षा प्रणाली को बदलकर एक नया सामाजिक ढांचा बनाया।
## ** नगरीकरण (Urbanization) और शहरों का विकास**
– औद्योगिक क्रांति के कारण लोग गांवों से शहरों की ओर पलायन करने लगे।
– **नई फैक्ट्रियों और व्यापारिक केंद्रों** के कारण बड़े शहरों का विकास हुआ, जैसे – लंदन, मैनचेस्टर, बर्मिंघम।
– शहरों में **झुग्गी-झोपड़ियों (Slums)** की संख्या बढ़ी, जिससे **गरीबी, भीड़भाड़ और गंदगी** जैसी समस्याएं उत्पन्न हुईं।
See lessकोयला एवं लोहा उद्योग के विकास में अब्राहम डर्बी प्रथम का क्या योगदान दिया था
अब्राहम डर्बी प्रथम (Abraham Darby I)** का **कोयला और लोहा उद्योग** के विकास में महत्वपूर्ण योगदान था। उन्होंने **कोक (Coke) का उपयोग करके लोहे के उत्पादन में क्रांतिकारी बदलाव** लाया, जिससे औद्योगिक क्रांति को गति मिली। ### **अब्राहम डर्बी प्रथम का योगदान:** Read more
अब्राहम डर्बी प्रथम (Abraham Darby I)** का **कोयला और लोहा उद्योग** के विकास में महत्वपूर्ण योगदान था। उन्होंने **कोक (Coke) का उपयोग करके लोहे के उत्पादन में क्रांतिकारी बदलाव** लाया, जिससे औद्योगिक क्रांति को गति मिली।
### **अब्राहम डर्बी प्रथम का योगदान:**
### **1. कोक-आधारित धातु गलाने की प्रक्रिया (Coke Smelting Process) विकसित की**
– **1709 में अब्राहम डर्बी प्रथम ने कोयले से बने “कोक” का उपयोग करके लोहे को गलाने की एक नई विधि विकसित की।**
– इससे पहले, लोहा गलाने के लिए **लकड़ी का कोयला (Charcoal)** इस्तेमाल किया जाता था, जो महंगा और सीमित था।
See lessउद्योगों की जननी किसे कहा गया है
कपड़ा उद्योग** को **”उद्योगों की जननी”** (Mother of Industries) कहा जाता है। ### **कारण:** 1. **औद्योगिक क्रांति की शुरुआत** – 18वीं शताब्दी में ब्रिटेन में औद्योगिक क्रांति की शुरुआत मुख्य रूप से कपड़ा उद्योग से हुई थी। 2. **अन्य उद्योगों पर प्रभाव** – कपड़ा उद्योRead more
कपड़ा उद्योग** को **”उद्योगों की जननी”** (Mother of Industries) कहा जाता है।
### **कारण:**
1. **औद्योगिक क्रांति की शुरुआत** – 18वीं शताब्दी में ब्रिटेन में औद्योगिक क्रांति की शुरुआत मुख्य रूप से कपड़ा उद्योग से हुई थी।
2. **अन्य उद्योगों पर प्रभाव** – कपड़ा उद्योग के विकास ने **भूगोल, व्यापार, परिवहन, बिजली, कोयला और मशीन निर्माण** जैसे कई अन्य उद्योगों को भी बढ़ावा दिया।
3. **रोजगार और अर्थव्यवस्था** – यह दुनिया के सबसे पुराने और सबसे बड़े उद्योगों में से एक है, जो लाखों लोगों को रोजगार देता है।
4. **तकनीकी प्रगति** – कताई जेन (Spinning Jenny), पावर लूम और स्टीम इंजन जैसी तकनीकों का विकास कपड़ा उद्योग की जरूरतों के कारण हुआ।
See lessऔद्योगिकी क्रांति से बच्चों पर क्या प्रभाव पड़ा
औद्योगिक क्रांति का बच्चों पर प्रभाव** काफी गहरा और जटिल था। इस दौरान बच्चों को विभिन्न उद्योगों में काम करने के लिए मजबूर किया गया, जिससे उनकी शिक्षा, सेहत और बचपन पर नकारात्मक असर पड़ा। ### **औद्योगिक क्रांति के बच्चों पर प्रभाव:** ### **1. बाल श्रम में वृRead more
औद्योगिक क्रांति का बच्चों पर प्रभाव** काफी गहरा और जटिल था। इस दौरान बच्चों को विभिन्न उद्योगों में काम करने के लिए मजबूर किया गया, जिससे उनकी शिक्षा, सेहत और बचपन पर नकारात्मक असर पड़ा।
### **औद्योगिक क्रांति के बच्चों पर प्रभाव:**
### **1. बाल श्रम में वृद्धि**
– फैक्ट्रियों, कोयला खदानों, कपड़ा मिलों और ईंट भट्टों में बच्चों से लंबे समय तक काम करवाया गया।
– कम मजदूरी पर बच्चों को वयस्कों के मुकाबले अधिक काम कराया जाता था।
– 5 से 14 साल तक के बच्चे मशीनों के बीच काम करते थे, जिससे दुर्घटनाओं का खतरा रहता था।
### **2. स्वास्थ्य पर बुरा असर**
– खराब कार्यस्थल, धूल, धुआं और जहरीले रसायनों के कारण बच्चों को **सांस संबंधी बीमारियां, कमजोरी और अन्य स्वास्थ्य समस्याएं** होने लगीं।
– लंबे समय तक काम करने से **शारीरिक विकास प्रभावित** हुआ और कई बच्चे कुपोषण का शिकार हो गए।
### **3. शिक्षा पर नकारात्मक प्रभाव**
– बच्चों को छोटी उम्र में ही काम पर लगा दिया जाता था, जिससे उनकी **शिक्षा पूरी नहीं हो पाती** थी।
– गरीब परिवारों के बच्चे स्कूल छोड़कर मजदूरी करने को मजबूर थे।
### **4. शोषण और अमानवीय परिस्थितियाँ**
– मालिक बच्चों से कठोर व्यवहार करते थे, उन्हें प्रताड़ित किया जाता था।
– कई बार बच्चों को रातभर काम करना पड़ता था, जिससे उनका मानसिक और शारीरिक विकास बाधित होता था।
### **5. सुधार और बाल श्रम कानून**
– 19वीं सदी के अंत और 20वीं सदी की शुरुआत में बाल श्रम के खिलाफ कानून बनने लगे।
– **”फैक्ट्री एक्ट” (1833, ब्रिटेन)** और **”चाइल्ड लेबर लॉ”** जैसे कानूनों से बाल मजदूरी को सीमित करने की कोशिश की गई।
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