चंद्रगुप्त मौर्य ने मौर्य साम्राज्य की स्थापना कब और कैसे की
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**चंद्रगुप्त मौर्य** ने मौर्य साम्राज्य की स्थापना **321 ईसा पूर्व** में की। उन्होंने इसे नंद वंश के पतन के बाद स्थापित किया। यह साम्राज्य भारतीय उपमहाद्वीप का पहला संगठित और विशाल साम्राज्य था।
### मौर्य साम्राज्य की स्थापना कैसे हुई:
1. **नंद वंश का पतन:**
– चंद्रगुप्त मौर्य ने आचार्य **चाणक्य (कौटिल्य)** के मार्गदर्शन में रणनीति बनाई।
– नंद वंश, विशेषकर राजा **धनानंद**, की जनता में लोकप्रियता नहीं थी।
– चाणक्य ने चंद्रगुप्त मौर्य को प्रशिक्षित किया और उन्हें नंद वंश के खिलाफ खड़ा किया।
– चंद्रगुप्त और चाणक्य की संयुक्त रणनीतियों ने नंद वंश को पराजित कर दिया।
2. **सेना का गठन:**
– चंद्रगुप्त ने एक मजबूत सेना का निर्माण किया, जिसमें बड़ी संख्या में सैनिक, हाथी, और घोड़े शामिल थे।
– उन्होंने स्थानीय जनजातियों और असंतुष्ट राजाओं का समर्थन हासिल किया।
3. **अलेक्जेंडर के उत्तराधिकारियों को हराना:**
– सिकंदर महान की मृत्यु के बाद, उसके सेनापतियों (जैसे सेल्यूकस निकेटर) ने पश्चिमोत्तर भारत पर कब्जा कर रखा था।
– चंद्रगुप्त ने उन्हें हराया और **सेल्यूकस निकेटर** के साथ संधि की।
– इस संधि के तहत चंद्रगुप्त ने आधुनिक अफगानिस्तान और बलूचिस्तान के क्षेत्र हासिल किए और सेल्यूकस की बेटी से विवाह किया।
### साम्राज्य का विस्तार:
चंद्रगुप्त मौर्य ने पूरे उत्तर भारत, पश्चिमी भारत, और दक्कन के कुछ हिस्सों पर नियंत्रण स्थापित किया। उनका साम्राज्य भारतीय उपमहाद्वीप के एक बड़े हिस्से में फैला था।
### निष्कर्ष:
चंद्रगुप्त मौर्य की सफलता उनके साहस, चाणक्य की कूटनीति, और संगठित सैन्य अभियानों का परिणाम थी। उनकी स्थापना ने भारत में राजनीतिक एकता और प्रशासनिक व्यवस्था की नींव रखी।